आकर्षण का सिद्धांत

 

आकर्षण का सिद्धांत  ||  Law Of Attraction 


तो नमस्कार दोस्तों स्वागत हैं आपका ओर एक नये ब्लॉग सीरिज मे आज हम कुछ ऐसे विषय पर बात करने वाले हैं जिसमे हम एक सिद्धांत के उपर बात करने वाले हैं | इस सिद्धांत के मदत से हम कुछ भी हासील कर सकते हैं | लेकीन उसके लिये ध्रुड निश्चय और आपने आप मे विश्वास होना जरुरी है |  

 


क्या आप किसी चीझ को आपने पास आकर्षित कर सकते हो ? क्या आप किसी भी चीझ को आपने इच्छा से आपना बना सकते हो ? हा  तो ये मुमकिन हैं | कही डॉक्युमेंट्री ओर कही खोज करताओने भी इस को सच्छा साबित किया है |

 

कही बार आप किसी भी चीझ के बारें मे ज्यादा सोचते हो तो आप उसके तरफ ज्यादा खीचे ज्याते हो  औंर जाने अंजाने मे आप उस चीझ को आपना बना लेते हो

 

कही बार हम जो महसूस करते हैं ओर जो हम सोच ते हैं ओ ही हमारे जीवन मे हो जाता है क्या कारण एैसा होणे का ? कभी कभी आप जिस चीझ को महसुस करते हो ओही चीझ आपके सामने अा जाती हैं | जैसे की आप आपने दोस्त के बारे मे सोचते हो ओही दोस्त आपके सामने आ जाता हैं ओर आपकी और उनकी मुलखात हो जाती है |

 

ब्रह्मांड एक विशिष्ट ऊर्जा पे चलती है जिसमे व्हायब्रेशन एक महत्व पूर्ण कार्य करती हैं | मनुष्य का दिमाग ओर उसकी बॉडी एक विशिष्ठ तरंग को जन्म देती हैं

 

मनुष्य का दिमाग एक मग्नेट हैं जो की कही चीजोंको आपने पास आकर्षित करता हैं | जिस तरह मग्नेट मे दो ध्रुव होते हैं ऊसी तरह दिमाग भी दो व्हायब्रेशन पर चलता हैं | एक होती हैं पॉझिटिव्ह और दुसरी होती हैं नेगेटिव

 

आप जीस को ज्यादा सोचते हो उस प्रकार की तरंग आपके दिमाग मे बन जाती हैं और वो तरंग आपणि खुद की एक ऊर्जा बनाती हैं जिस के कारण आप किसी भी चीझ को आपने पास आकर्षित कर सकते हो | आप जिस प्रकार सोच ते हो उस प्रकार की ध्वनी तरंग आपके दिमाग मे बन जाती हैं और उसके जैसे ही आपको आपना रिझल्ट मिल जाता हैं

 

कभी आपने एेसा महसूस किया है की जब आप घुसेमे होते हो तो आप के साथ बुरा ही होता औ र जब आप खुश होते हो तब वैसा ही प्रतिसाद आपको मीलता हैं क्यूँ की आप उस तरह की तरंग को जन्म देते हो ओर युनिव्हरस आपको उस तरह का ही प्रतीसाद देता हैं

 

आप इस ब्रह्मांड मे कुछ भी खोजना या धुंढणा चाहते हो तो आपको ओ सिर्फ ऊर्जा , तरंग , औंर प्रकाश के रूप मे ही मुजुद हैं |

 

 

एक रिसर्च पेपर के आनुसार मनुष्य का दिमाग एक विशिष्ठ लेव्हल पे व्हायब्रट करता हैं जो की कही तरंग को जन्म देता हैं | उस तरंगोको ब्रेन तरंग कहा जाता हैं | जिस प्रकार आपना ब्रह्मांड काम कर रहा हैं उसि प्रकार हामारा दिमाग भी काम करता हैं | जो आप तरंग निर्माण करते ओ तरंग पुरे ब्रह्मांड मे शामिलं हो जाती है | ओर उस प्रकार के रिझल्ट आपको मिल जाते हैं |

 

जिस प्रकार मनुष्य आपने भाषा से आपना संवाद करता हैं उस प्रकार ये ब्रह्मांड आपके अंदर् के तरंगोसे आपसे संवाद करता हैं | जो आप उसको काहोंगे ओही आपको मिलेगा लेकीन आपमे उतनी जिद्द चाहिए |

 

आपको तो ये पता होगा की न्युरो सायन्स से ओर मशीन के इस्तमाल से आप कही वस्तुओंको कंट्रोल कर सकते हो | इस ब्रह्मांड मे हर एक चीझ एक विशिष्ठ फ्रिक्युन्सी पे चलती हैं | जैसे की मोबाईल | तो आप जिस फ्रिक्यून्सी का उत्पन्न करोंगे ओही फ्रेक्यूएनसी ब्रह्मांड मे ट्रॅव्हल करेगी ओर उस प्रकार का रिझल्ट आपको मिल जयेंगा |

 

लेकीन इस को हासिल कैसे किया जाता हैं | जब आप किसी एक चीझ को आपने दिमाग मे बसा देते हो औ र सिर्फ ओर सिर्फ उसके ही बारेमे विचार करते हो तब ईसकी तरंग निर्माण होती हैं | लेकीन जब आपके विचार एक जगह पे स्थिर नहीं होते हैं तब आप इस चीझ को हसिल नहीं कर सकते हो | आप की इन्कम कुछ ५००० हजार हैं लेकीन आप ५००००० के बा रे मे सोच ते हो तो आप उस चीझ को हसील नहीं कर सकते हो |

 

आपको स्टेप बाय स्टेप विचार करना चाहिए जिस कारण आपका दिमाग भी उस चीझ को मान सकता हैं | ओर उस प्रकार की तरंग को बणाने मे सक्षम होता हैं

 

आपको आच्छा ओर सिर्फ पोसिटिव बतोंके बा रे मे सोचना चाहिए जिस कारण आप आपने लाईफ मे आपने गोल को हसिल कर सकते हो | जितना आप पोसिटीव सोचोगे उतना ही आप उस चीझ को हसिलं कर सकते हो |

 

लेकीन क्या आप सिर्फ लो ऑफ अट्रॅ कक्षन  के मदत से किसी भी चीझ को हसिल कर सकते हो ? आप को एैसे करने के लिये सुपर पॉवर चाहिए उसके आलावा आप इस मे फैल हो सकते हो | तो आपको उसके लिये प्रोपर अँक्शन लेनी चाहिए जसी कारण आप उस को हासिल कर सकते हो

 

तो आपको ऍक्शन ओर आकर्षण  को सामील करने से ही आप उस चीझ को हासिलं कर सकते हो आकर्षण  ये सिर्फ आपके गोल को एक अच्छा रूट दे देता हैं |

 

तो आज के लिये इतना  ही मिळते हैं जलद ही | प्लीज शेअर क रो 

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